"आप जबसे जिंदगी में आ गए"
फूल सारे खिल उठे मेरे चमन के, रंग-ओ-खुशबू वादियों में छा गए
आप जबसे जिंदगी में आ गए
कोई तस्वीर सीने में ठहरती थी नहीं,कोई भी बात इस दिल में उतरती थी नहीं
हमें क्या, ये अचानक हो गया,सभी ये रंग दिल को भा गए
आप जबसे जिंदगी में आ गए
नज़र में सभी की हमी थे अकेले,नज़र उठ गयी तो उठे सारे मेले,
आपने ये किस अदा से छू लिया, एक नज़र में हम ख़ुदा को पा गए
आप जबसे जिंदगी में आ गए
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आयुष पुरोहित " जटिल"